एनडीए सरकार में बीएसएनएल मुनाफे की ओर बढ़ा

यूपीए सरकार में भारी घाटे में चल रहा भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) अब मुनाफे में आ गया है। कंपनी ने बीते वित्तीय वर्ष के दौरान 672 करोड़ रुपये का संचालनात्मक मुनाफा कमाया है जबकि इससे पहले के वर्ष में कंपनी को 691 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। मुनाफे से उत्साहित बीएसएनएल ने अब नई पीढ़ी के नेटवर्क एनजीएन को शुरू करने का ऐलान किया है।
इसमें मोबाइल फोन पर ही लैंडलाइन फोन को एकीकृत करने की सुविधा होगा। बीएसएनएल के प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने मंगलवार को कहा कि यह बड़ी उपलब्धि है।

दरअसल, केंद्र में एनडीए सरकार बनते ही संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की दोनों संचार कंपनियों बीएसएनएल एवं एमटीएनएल को नए सिरे खड़ा करने के प्रयास शुरू किए थे। अब करीब डेढ़ साल के बाद यह अच्छी खबर आई है कि बीएसएनएल घाटे से उबर रहा है।

कैसे हुआ लाभ: श्रीवास्तव ने कहा कि बीएसएनएल के राजस्व में वृद्धि हुई है। रात में लैंडलाइन कॉल निशुल्क देने, मोबाइल पर देश भर में फ्री रोमिंग शुरू करने और इंटरनेट की न्यूनतम गति दो एमबीपीएस करने के नए कदमों से ग्राहकों की संख्या बढ़ी है। इससे बीएसएनएल का राजस्व बढ़ा है। दूसरी तरफ कंपनी ने प्रशासनिक खर्च कम किए हैं। सेवानिवृत्त होने से बीएसएनएल के कार्मिकों की संख्या 2.25 लाख रह गई है जबकि पहले यह तीन लाख के करीब थी। इसलिए वर्ष 2014-15 के दौरान संचालन में 672 करोड़ का मुनाफा हुआ है। जबकि इससे पिछले वर्ष इसी मद में 691 करोड़ रुपये की हानि हुई थी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 के दौरान सेवाओं से बीएसएनएल को 27,242 करोड़ रुपये की आय हुई। यह पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा है। इससे पिछले वर्ष यह 26,153 करोड़ रुपये थी।

फोर जी सेवाएं शुरू होंगी: श्रीवास्तव ने बताया कि बीएसएनएल ने अपनी सेवाओं के विस्तार के लिए चालू वर्ष के दौरान 7,700 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। इनमें इंटरनेट, मोबाइल एवं लैंडलाइन सेवाओं का विस्तार शामिल है। बीएसएनएल ने देश के कई महानगरों में फोर जी सेवाएं भी शुरू करने का फैसला किया है।

एनजीएन नेटवर्क पर फोकस: बीएसएनएल आईपी आधारित नई पीढ़ी की फोन सेवाएं एनजीएन शुरू करेगा। इसमें ग्राहकों को कई नई किस्म की सुविधाएं मिलेंगी। एक सुविधा यह होगी कि वे अपनी लैंडलाइन एवं मोबाइल सेवाओं को एकीकृत कर पाएंगे। इसका मतलब है कि लैंडलाइन पर मोबाइल एवं और मोबाइल पर भी लैंडलाइन की कालें रिसीव कर सकेंगे। एक एप से यह सुविधा मिलेगी।

टॉवर कारोबार के लिए अलग कंपनी:
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल ने टावर कारोबार के लिए एक अलग सहयोगी कंपनी बनाने का फैसला किया है। बीएसएनएल के पास 64500 टावर हैं तथा वह अन्य कंपनियों के साथ इनमें अब साझेदारी कर रहा है। इस कंपनी के जरिये बीएसएनएल अगले चार सालों में 2,200 करोड़ रुपये कमाएगा।


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