जागरण संवाददाता, मीरजापुर : भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) इन
दिनों आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। आर्थिक मंदी से बचने का बीएसएनएल
ने एक अनूठा तरीका निकाला है। इसके लिए मीरजापुर कार्यालय में कार्यरत
कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) के तहत रिटायर करने
जा रही है। इसके लिए तरीका निकाला है वर्क परफारमेंस का।
बीएसएनएल की सेवा करते हुए कार्यकाल का अर्द्धशतक पूरा करने वाले अर्थात जीवन के 50 पड़ाव पूरा कर चुके कर्मचारियों का अब वर्क परफारमेंस चेक किया जाएगा। वर्क परफारमेंस ठीक नहीं मिलने पर सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। हालांकि इसके लिए कर्मचारियों की सूची भी तैयार हो रही है।
वर्तमान समय में बीएसएनएल में 198 कर्मचारी दूरसंचार में कार्य कर रहे हैं, इसमें से 129 कर्मचारी अपनी उम्र का 50 पड़ाव पार कर चुके हैं। प्रधान महा प्रबंधक रामजी तिवारी ने बताया कि 50 वर्ष पूर्ण करने वाले कर्मचारियों के लिए बीएसएनएल द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति स्कीम चार नवंबर से लागू किया गया है। बीएसएनएल में काम करने वाले 50 वर्ष पूर्ण कर चुके कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि उन्होंने माना कि बीएसएनएल में कार्यरत 198 कर्मचारियों में से यदि 129 ने वीआरएस ले लिया तो महज 69 कर्मचारी भी बीएसएनएल में बचेंगे। ऐसे में पूरे जनपद में बीएसएनएल की सेवा सुचारू रूप से देना एक कठिन समस्या होगी। वहीं बीएसएनएल के आदेश से कर्मचारियों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
बीएसएनएल की सेवा करते हुए कार्यकाल का अर्द्धशतक पूरा करने वाले अर्थात जीवन के 50 पड़ाव पूरा कर चुके कर्मचारियों का अब वर्क परफारमेंस चेक किया जाएगा। वर्क परफारमेंस ठीक नहीं मिलने पर सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। हालांकि इसके लिए कर्मचारियों की सूची भी तैयार हो रही है।
वर्तमान समय में बीएसएनएल में 198 कर्मचारी दूरसंचार में कार्य कर रहे हैं, इसमें से 129 कर्मचारी अपनी उम्र का 50 पड़ाव पार कर चुके हैं। प्रधान महा प्रबंधक रामजी तिवारी ने बताया कि 50 वर्ष पूर्ण करने वाले कर्मचारियों के लिए बीएसएनएल द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति स्कीम चार नवंबर से लागू किया गया है। बीएसएनएल में काम करने वाले 50 वर्ष पूर्ण कर चुके कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि उन्होंने माना कि बीएसएनएल में कार्यरत 198 कर्मचारियों में से यदि 129 ने वीआरएस ले लिया तो महज 69 कर्मचारी भी बीएसएनएल में बचेंगे। ऐसे में पूरे जनपद में बीएसएनएल की सेवा सुचारू रूप से देना एक कठिन समस्या होगी। वहीं बीएसएनएल के आदेश से कर्मचारियों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
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