जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रदेश की मंडी समितियों को एक नजर देने
का बीड़ा बीएसएनएल ने उठाया है। दरअसल, सूबे की 20 कृषि उत्पादन मंडी परिषद
का आइटी स्ट्रक्टचर एक-दूसरे से जुड़ा ही नहीं है। ऐसे में फल-सब्जी के दाम
से लेकर स्टॉक समेत अन्य जानकारी एक मंडी के दायरे में ही सिमटी रहती है।
इसके लिए सभी मंडियों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए बीएसएनएल ने ऑनलाइन कनेक्टविटी प्लानिंग का प्रपोजल उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड को दिया है।
प्रदेश के 20 कृषि उत्पादन मंडी परिषद ने अपने आइटी स्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए वर्ष 2012-13 में प्लान तैयार किया था ताकि मंडी में स्टॉक का केंद्रीयकृत डाटा तैयार करने साथ उसकी वित्तीय, निर्माण समेत अन्य गतिविधियों पर ऑनलाइन निगाह रखा जा सके। मंडी परिषद ने इसके लिए कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर को साफ्टवेयर तैयार करने का जिम्मा सौंपा था, लेकिन विश्वविद्यालय ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। इससे यह सिस्टम अब तक लागू नहीं हो सका।
अब बीएसएनएल हल्द्वानी ने इस काम को पूरा करने के लिए दम भरा है। बीएसएनएल में यहां हाल में तैनात रहे जीएम महेंद्र श्रीवास्तव ने इसका प्रस्ताव उत्तराखंड कृषि उत्पादन मंडी परिषद के चेयरमैन शैलेंद्र मोहन सिंघल प्रस्ताव भी भेज चुके हैं। चेयरमैन का कहना है कि इसके लिए उन्होंने एक समिति बना दी है, जो बीएसएनएल के साथ वार्ता कर पूरे प्रपोजल को समझेगी। इधर, मंडी परिषद की यह कवायद रही तो जल्द मंडियों के ढांचे को मजबूत बनाने और वहां होने वाली बिक्री, मौजूदा स्टॉक, रेट आदि पर निगहबानी आसान हो जाएगी।
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वर्जन
प्रदेश में अभी कोई मंडी एक दूसरे से कनेक्ट न होने से तमाम व्यावहारिक दिक्कतें आ रही हैं। सरकार भी चाहती है कि मंडियों की गतिविधियां एक दूसरे से जुड़ी रही। हरिद्वार में इसे लेकर कुछ काम शुरू भी हुआ है।
- शैलेंद्र मोहन सिंघल, चेयरमैन, उत्तराखंड कृषि उत्पादन मंडी समिति
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वर्जन
मंडियों के सभी डाटा को एक जगह आसानी से देखने के लिए बीएसएनएल सर्विस मुहैय्या कराने को तैयार है। मंडी परिषद से मंजूरी का इंतजार है।
- गणेश चंद्रा, प्रभारी जीएम, बीएसएनएल
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इसके लिए सभी मंडियों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए बीएसएनएल ने ऑनलाइन कनेक्टविटी प्लानिंग का प्रपोजल उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड को दिया है।
प्रदेश के 20 कृषि उत्पादन मंडी परिषद ने अपने आइटी स्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए वर्ष 2012-13 में प्लान तैयार किया था ताकि मंडी में स्टॉक का केंद्रीयकृत डाटा तैयार करने साथ उसकी वित्तीय, निर्माण समेत अन्य गतिविधियों पर ऑनलाइन निगाह रखा जा सके। मंडी परिषद ने इसके लिए कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर को साफ्टवेयर तैयार करने का जिम्मा सौंपा था, लेकिन विश्वविद्यालय ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। इससे यह सिस्टम अब तक लागू नहीं हो सका।
अब बीएसएनएल हल्द्वानी ने इस काम को पूरा करने के लिए दम भरा है। बीएसएनएल में यहां हाल में तैनात रहे जीएम महेंद्र श्रीवास्तव ने इसका प्रस्ताव उत्तराखंड कृषि उत्पादन मंडी परिषद के चेयरमैन शैलेंद्र मोहन सिंघल प्रस्ताव भी भेज चुके हैं। चेयरमैन का कहना है कि इसके लिए उन्होंने एक समिति बना दी है, जो बीएसएनएल के साथ वार्ता कर पूरे प्रपोजल को समझेगी। इधर, मंडी परिषद की यह कवायद रही तो जल्द मंडियों के ढांचे को मजबूत बनाने और वहां होने वाली बिक्री, मौजूदा स्टॉक, रेट आदि पर निगहबानी आसान हो जाएगी।
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प्रदेश में अभी कोई मंडी एक दूसरे से कनेक्ट न होने से तमाम व्यावहारिक दिक्कतें आ रही हैं। सरकार भी चाहती है कि मंडियों की गतिविधियां एक दूसरे से जुड़ी रही। हरिद्वार में इसे लेकर कुछ काम शुरू भी हुआ है।
- शैलेंद्र मोहन सिंघल, चेयरमैन, उत्तराखंड कृषि उत्पादन मंडी समिति
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- गणेश चंद्रा, प्रभारी जीएम, बीएसएनएल
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